What You Need to Know About Sciatica? (साइटिका / गृध्रसी एक दर्दनाक बीमारी)
साइटिका की समस्या आपके दिन भर एक जगह बैठे रहने से और काफी समय तक गाड़ी चलाने से भी हो सकती है इस बीमारी में आपको रीढ़ की हड्डी से दर्द उठना शुरू होता है और वो दर्द नितम्बों के रास्ते टांगों से पैरों तक जाता है। यह दर्द असहनीय होता है। इस दर्द के कारण ना तो ठीक से बैठा जाता है और ना ही खड़ा रहा जाता है। रीढ़ की हड्डी से उठकर टांगों से पैर तक जाने वाले इसी दर्द को साइटिका कहते हैं ।अगर आप इस पीड़ादायक बीमारी से छुटकारा पाना चाहते हैं तो आपको लम्बे समय तक आराम करना होगा और दवाइयों के साथ साथ व्यायाम भी करना होगा । इस दर्द को दूर करने के लिये कुछ आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां हैं ।
व्याख्या– यह श्लोक आयुर्वेद के ग्रन्थ सुश्रुतसंहिता के निदानस्थान से लिया गया है इस श्लोक में साइटिका की बीमारी के कुछ लक्षण बताए गए हैं इस श्लोक में कहा गया है कि वातदोष के प्रकुपित होने के कारण दर्द पैरों से होता हुआ पैरों की उंगलियों तक जाता है और टांग की संकोचविस्तार गति को रोकता है उसी दर्द को साइटिका(गृध्रसी ) का दर्द कहा जाता है ।
संदर्भ- सुश्रुतसंहिता(निदानस्थान) श्लोक -७४ ।
आएये जानें इस पीड़ादायक समस्या के कुछ उपायों के बारे में
1. लहसुन का प्रयोग बहुत लाभकारी
लहसुन एक बहुत ही उपयोगी और बहुत सारी बीमारियों से लड़ने वाली आयुर्वेदिक औषधि है।इसका प्रयोग भोजन में स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है ।इसका रोज़ाना सेवन स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है ।अगर आपको साइटिका का दर्द है तो इसके लिए आपको लहसुन की ३ या ४ कलियों को बारीक टुकड़ों में काट लेना चाहिए और उसको एक गिलास दूध में डाल कर उसको काफी समय तक उबलने के लिए रख देना चाहिए । जिस समय दूध उबल जाए, थोड़ा ठंडा होने पर उसके अंदर आप स्वाद के अनुसार मधु भी डाल सकते हैं ।अगर आप इस दूध का सेवन नियमित करते हैं तो आपका साइटिका का दर्द बहुत जल्दी ठीक हो जाएगा ।
2. व्यायाम और शारीरिक कसरत करें
एक शोध के अनुसार इस दर्दनाक बीमारी को व्यायाम और योग से दूर किया जा सकता है अगर आप अपनी पीड़ादायक बीमारी साइटिका को खत्म करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको अपनी दिनचर्या में व्यायाम को सबसे जरूरी करना होगा और जो व्यायाम रीढ़ की हड्डी पर खिंचाव डालकर शरीर को आगे की तरफ झुका कर रखे ऐसे आसन और योग आपको करने चाहिए इनके करने से साइटिका के दर्द में अच्छी राहत मिलती है ।यह व्यायाम आपके शरीर को स्वस्थ बनाए रखते हैं ।
3. अजवाइन भी है उपयोगी
अगर आपको कमर में किसी भी प्रकार का दर्द है तो आप अजवाइन का सेवन कर सकते हैं यह इसका इलाज बहुत अच्छे तरीके से कर सकती है ।इसके अंदर बहुत से प्राकृतिक गुण पाए जाते हैं जो हमारे लिए बहुत उपयोगी हैं ।साइटिका के पीड़ादायक दर्द को भी यह जल्दी ठीक करने में मदद करती है इसके सेवन के लिए चुटकी भर अजवाइन लेकर उसको एक गिलास पानी में उबाल लेना चाहिए और उसको छान कर पी लेना चाहिए ।यह इस समस्या में काफी असरदार औषधि है।
4. मेथी दाना करे दर्द कम
यह एक ऐसी औषधि है जिसको आयुर्वेद में प्राकृतिक गुणों से भरपूर माना गया है। मेथी दाने के अंदर काफी मात्रा में पोषक तत्त्व मौजूद होते हैं जो बहुत बीमारियों में हमारी रक्षा करते हैं । यह दाना हमारे शरीर को स्वस्थ बनाए रखता है ।अगर आपको साइटिका की पीड़ा हो रही है तो आपको मेथी दाने का प्रयोग जरूर करना चाहिए ।इसके सेवन के लिए आपको सुबह सुबह उठ कर बिना कुछ खाए पिए एक चम्मच मेथी दाना पानी के साथ खा लेने से इस असहनीय दर्द में बहुत आराम मिलता है ।
5. खाने में क्या खाएं पियें
अगर आप चाहते हैं कि आपका साइटिका का दर्द बहुत जल्दी खत्म हो जाए तो उसके लिए आपको खाने का खास तरीके से ध्यान देना चाहिए । जितना ज्यादा हो सके गुनगुना पानी पियें ,घर का बना हुआ भोजन ही खाना चाहिए ,देसी गाय का घी और दूध का सेवन करें ,चावलों में लाल चावल का उपयोग करें ,अखरोट भी खा सकते हैं और फलों में सेब ,अनार और आम का सेवन करना चाहिए । इनका सेवन आपको शरीर में किसी भी प्रकार का दर्द नही होने देता ।
6. खाने में क्या ना लें
जितना ज्यादा हो सके जंक फूड, चिकनाई कि वस्तुएं ,तला हुआ खाना ,रात का बचा हुआ खाना ,बहुत ज्यादा कसरत ,जामुन का फल ,मूंग वाली दाल और अत्यधिक मसाले से बना खाना आदि इन सभी चीजों से दूरी बनाए रखें ये सभी पदार्थ आपके स्वास्थ्य को बहुत ज्यादा खराब कर सकते हैं । इसलिए इनका सेवन साइटिका के दर्द में कभी नही करना चाहिए अगर आप इनका सेवन करते हैं तो इसका गलत असर आपकी साइटिका कि पीड़ा में हो सकता है ।
7. कायफल (बाक्स मिर्टल) का सेवन करें
कायफल का पौधा एक गुणकारी औषधि है | यह पेड़ आपको आसानी से नही मिलेगा इसके लिए आपको औषधि की दुकान पर जाना होगा और वहीं मिलेगी ये जड़ीबूटी जिससे साइटिका जैसे पीड़ादायक दर्द को खत्म कर सकते हैं । इसके सेवन के लिए आपको कायफल की छाल को पीस लेना चाहिए और १ किलो सरसों के तेल में ५०० ग्राम जायफल का चूर्ण मिला लेना चाहिए और उसको लोहे या पीतल की कढ़ाई में गर्म करना चाहिए और जब इस अच्छे से मिश्रित हो जाए तो उस तेल को उतार लेना चाहिए और उस हल्के गर्म तेल से हल्के हाथों से मालिश करनी चाहिए ।
8. अदरक भी है उपयोगी
साइटिका की बीमारी में अगर आप अदरक का सेवन करते हैं तो उसका भी फायदा आपकी बीमारी में अच्छा मिलता है ।इसके सेवन के लिए आप अदरक का काढ़ा भी ले सकते हैं और चाय में डाल कर भी ले सकते हैं । इस बीमारी में यह उपयोग काफी कारगर साबित हो सकता है ।
9. पारिजात के पत्ते भी हैं उपयोगी
पारिजात के पौधे का दूसरा नाम हरसिंगार होता है यह पौधा बहुत ज्यादा सुंदर होता है और इसके फूल,पत्ते बहुत लाभकारी और अनेक गुणों से भरपूर होते हैं । इसके सेवन के लिए आपको पारिजात के पत्तों को पानी में उबाल लेना चाहिए और जब पानी की मात्रा थोड़ी कम हो जाए तो उस पानी को किसी कपड़े से छान कर पी लेना चाहिए इसके सेवन से आपको साइटिका के पीड़ादायक दर्द में बहुत आराम मिलेगा ।
साइटिका दर्द के लिए उपयोगी आयुर्वेदिक दवाईयाँ
1. बोस्वेलिए करक्यूमिन
यह औषधि बहुत ही खास तरीके से तैयार की जाती है इसके अंदर शल्लकी और करक्यूमिन जैसी खास किस्म की जड़ी बूटियों का मिश्रण होता है इसका सेवन कमर दर्द ,डिस्क की समस्या और साइटिका जैसी दर्दनाक बीमारी के लिए बहुत ज्यादा फ़ायदेमंद है । इस औषधि को प्लेनेट आयुर्वेदा द्वारा तैयार किया गया है ।
सेवन की विधि: २ कैप्सूल दिन में दो बार पानी के साथ सेवन करें.
2. योगराज गुग्गुल
दूसरी औषधि का नाम है योगराज गुग्गुल ।यह जड़ी बूटी किसी भी असहनीय दर्द के लिए बहुत अच्छी दवा है इसके सेवन से आपको डिस्क की किसी भी समस्या से छुटकारा मिल सकता है। अगर आपको साइटिका की समस्या है तो आपको इसका उपयोग जरूर करना चाहिए ।
सेवन की विधि: २ कैप्सूल दिन में दो बार पानी के साथ सेवन करें.
3. हाकम चूर्ण
यह चूर्ण भी बहुत गुणकारी जड़ी बूटियों से बनाया जाता है। इसको तैयार करने के लिए चन्द्रशूर ,कलौंजी,मेथी और अजवाइन जैसी आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर जड़ी बूटियों का इस्तेमाल किया गया है|इसका नियमित सेवन आपको कभी भी रीढ़ की हड्डी की कोई भी समस्या नही होने देगा और साइटिका जैसी बीमारी के लिए तो यह बहुत ज्यादा लाभकारी है ।
सेवन की विधि: २ कैप्सूल दिन में दो बार पानी के साथ सेवन करें.
4. आमवातांतक चूर्ण
यह औषधि भी बहुत ही उपयोगी जड़ी बूटियों के मिश्रण से तैयार की जाती है अगर आपको शरीर में किसीभी प्रकार का दर्द या फिर कमर दर्द ज्यादा परेशान कर रहा है तो आपको प्लेनेट आयुर्वेदा की वैद्यशाला में तैयार किये गए इस चूर्ण का सेवन बहुत लाभकारी साबित हो सकता है|
सेवन की विधि: २ कैप्सूल दिन में दो बार पानी के साथ सेवन करें.

Dr. Vikram Chauhan

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