अलसी एक लाभकारी औषधि
आज के समय में अलसी बहुत ही लाभकारी औषधियों में से एक है जो अपने आयुर्वेदिक गुणों के लिए जानी जाती है। अगर आप अलसी का रोजाना सेवन करते हैं तो आपका शरीर अनेक बिमारियों से बचा रहता है। इस औषधि का इस्तेमाल प्राचीन काल से ही आयुर्वेदिक जड़ी बूटि के रूप में किया जाता रहा है। अगर आप अपने भोजन में अलसी को जोड़ लें तो इसके औषधीय गुणों से अपने आप को स्वस्थ और अनेक बिमारियों से सुरक्षित रख सकते हैं। अलसी के अंदर अनेक पोषक तत्व पाए जाते हैं जो आपके शरीर को रोग मुक्त रखने में सहायक साबित होते हैं। आयुर्वेद के ग्रंथों में अलसी को अनेक बिमारियों की सबसे उत्तम औषधि माना गया है। भारत देश में इस औषधि की खेती बिहार ,झारखण्ड और मध्यप्रदेश के मैदानी भागों में अत्यधिक की जाती है। भारत के अलावा अमेरिका और कनाडा भी अलसी की खेती करने वाले देश हैं ।इस लेख में हम अलसी के बिमारियों को दूर करने वाले औषधीय गुणों के बारे में विस्तारपूर्वक जानेगें।

व्याख्या – इस श्लोक में कहा गया है कि अलसी मधुर, स्निग्धा ,शक्तिवर्धक, उत्तेजना बढ़ाने वाला, वात, पित्त और कफ दोष को संतुलित रखने वाला होता है और कुष्ठ रोगों को दूर करने वाला होता है ।
संदर्भ – धन्वंतरि निघण्टु ,(सतपुष्पादिवर्ग ),श्लोक -१०३।

आइये जानते हैं अलसी के आयुर्वेदिक गुणों के बारे में
1. हृदय के लिए फायदेमंद
आयुर्वेद के अनुसार अलसी के बीज हृदय की बिमारियों को दूर करने की रामबाण औषधि हैं। इसके अंदर अनेक पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो आपके हृदय के लिए स्वास्थ्यवर्धक होते हैं। इन बीजों का रंग भूरा होता है तथा इनके अंदर एंटीआक्सीडैंट भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो आपके हृदय की धड़कन को संतुलित रखने में सहायक साबित होता है। अपने हृदय को स्वस्थ और मजबूत रखने के लिए अलसी के बीजों को पीसकर उसके चूर्ण को रात को सोने से पहले देसी गाय के दूध के साथ सेवन करना आपके हृदय को अनेक बिमारियों से बचाए रखने में सहायक साबित होता है।
2. रक्त को रखे संतुलित
अगर आपके शरीर में रक्त जम जाता है या फिर आपके शरीर में रक्त संचार ठीक नहीं रहता तो आपको अलसी का सेवन करना लाभदायक साबित हो सकता है। इसके अंदर पाया जाने वाला एंटीबैक्टीरियल गुण आपके शरीर से हानिकारक तत्वों को रक्त से मूत्राशय के रास्ते बाहर निकालने में मददगार होता है। अगर आप नियमित रूप से अलसी का काढ़ा सुबह खाली पेट सेवन करते हैं तो आपके शरीर में रक्त का संचार संतुलित बना रहता है।
3. वजन को कम करने में असरदार
अगर आप वजन ज्यादा होने की वजह से परेशान हैं तो आपको अलसी का काढ़ा नियमित रूप से सेवन करना फायदेमंद साबित हो सकता है। यह आपके शरीर की भूख को बढ़ाने और पेट की भूख संतुष्ट रखने में सहायक साबित होता है इसके अंदर पाए जाने वाले मैग्नीशियम ,पोटेशियम ,आयरन और जिंक जैसे महत्वपूर्ण खनिज पदार्थ आपके वजन को तेजी से कम करने में लाभकारी होते है। इसके अलावा अलसी के बीजों का चूर्ण सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ सेवन करना भी आयुर्वेद के अनुसार वजन को कम करने में फायदेमंद होता है ।
4. कैंसर को रोके
आयुर्वेद के ग्रंथों में कहा गया है कि कैंसर को रोकने की अलसी बहुत ही अच्छी औषधि होती है। इसके अंदर कैंसर के संक्रमण को रोकने वाले महत्वपूर्ण गुण पाए जाते हैं। एक शोध के अनुसार अगर अलसी के बीज का चूर्ण नियमित रूप से सेवन किया जाए तो आपके शरीर से कैंसर के हानिकारक संक्रमण को कम किया जा सकता है। कैंसर के असर को कम करने के लिए अलसी के बीजों का चूर्ण देसी गाय के मूत्र में डालकर सेवन करने से कैंसर को रोका जा सकता है। अगर आपको २ स्तर का कैंसर है तो यह प्रयोग उसको ख़त्म करने वाला साबित हो सकता है।
5. शुगर के लिए उपयोगी
आयुर्वेद के अनुसार शुगर को कम करने की सबसे प्रभावशाली औषधि अलसी को माना गया है। अलसी आपके शरीर में शुगर की मात्रा को बढ़ने से रोकने में सहायक होती है और इसका नियमित सेवन शरीर में शुगर की मात्रा को संतुलित रखने वाला होता है। अगर आप शुगर की बीमारी से ग्रसित हैं तो रोजाना अलसी का काढ़ा सुबह खाली पेट सेवन करना शुगर की बढ़ी हुई मात्रा को तेजी से कम करने में असरदार साबित होता है।
6. उच्चरक्तचाप को करे कम
एक शोध के अनुसार व्यक्ति अपने काम के प्रति इतना ज्यादा व्यस्त हो जाता है की वो अत्यधिक चिंता और तनाव में रहने लग जाता है जिसकी वजह से उसका शरीर अनेक बिमारियों से ग्रसित हो जाता है। उन्ही बिमारियों में से एक उच्चरक्तचाप भी है। उच्चरक्तचाप की समस्या को दूर करने के लिए अलसी के बीज का चूर्ण गुनगुने पानी के साथ रात को सोने से पहले सेवन करना शरीर के रक्तचाप को संतुलित बनाए रखने में लाभकारी साबित होता है।
7. गठिया रोग को करे खत्म
आज कल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी, अत्यधिक कार्य का तनाव, लोगों के गलत खान-पान और खराब दिनचर्या की वजह से जोड़ों के दर्द की समस्या सामान्य सी हो गयी है और यही जोड़ों के दर्द की समस्या आगे चलकर गठिया जैसी पीड़ादायक बीमारी का रूप ले लेती है। अगर आप जोड़ों के दर्द से परेशान हैं तो आपको अलसी के बीजों का चूर्ण इस्तेमाल करना लाभदायक साबित हो सकता है इसके लिए अलसी के बीज के चूर्ण को तिल के तेल में मिला लेना चाहिए और इस तेल को जोड़ों के ऊपर रोजाना लगाने से आपकी गठिया की समस्या बहुत जल्दी ठीक हो जाती है। इस प्रयोग का नियमित इस्तेमाल आपके शरीर की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में सहायक साबित होता है।
8. उम्र को बढ़ने से रोके
एक शोध के अनुसार अलसी के गुण आपके शरीर की हड्डियों को कमजोर होने से बचाने और उम्र को बढ़ने से रोकने में सहायक साबित होते हैं। इनके अंदर पाया जाने वाला एंटीआक्सीडैंट लाभदायक गुण आपके शरीर की कमजोरी को कम करने में मददगार होता है जो आपके शरीर की त्वचा में झुर्रियां और कमजोरी नहीं आने देता। अलसी का नियमित सेवन आपको प्राकृतिक सौंदर्य प्रदान करने में सहायक साबित होता है।
Dr. Vikram Chauhan
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